क्या है Virtual Autism?
Virtual Autism कोई medical term नहीं है — न ही यह किसी psychiatrist, pediatrician या psychology की book में है। लेकिन आज यह इंटरनेट पर एक जागरूकता का विषय बन चुका है। दुनियाभर के parents, educators और therapists इसके बारे में बात कर रहे हैं।

Virtual Autism
यह एक ऐसी condition है जो 2 साल से कम उम्र के बच्चों में पाई जाती है। इसमें बच्चे में Autism Spectrum Disorder (ASD) जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं, लेकिन इसका मुख्य कारण होता है — ज्यादा स्क्रीन टाइम, खासकर मोबाइल और टीवी।
Virtual Autism के लक्षण (Symptoms)
Virtual Autism के symptoms, Autism के symptoms से मिलते-जुलते होते हैं:
- 🗣️ Speech delay – बच्चा देर से बोलना शुरू करता है
- 🧠 Language development में देरी
- 👀 Social interaction की कमी – बच्चों का दूसरों से जुड़ाव नहीं हो पाता
- 😠 बार-बार गुस्सा आना या चिड़चिड़ापन
- 🗨️ Communication की कमी – बच्चा सुनता है, लेकिन जवाब नहीं देता
यह सभी लक्षण धीरे-धीरे बढ़ते जाते हैं और यदि समय रहते intervention न हो, तो ये लक्षण permanent भी हो सकते हैं।
Virtual Autism क्यों होता है?
Virtual Autism का मुख्य कारण है excessive screen exposure। जब बच्चे घंटों मोबाइल या टीवी देखते हैं, तो उनके ब्रेन की development में रुकावट आती है।
स्क्रीन कैसे असर डालती है:
- 👁️🗨️ Vision और Hearing Senses ज़्यादा एक्टिव हो जाते हैं
- 🤚 Touch, Taste और Smell जैसी senses suppressed हो जाती हैं
- 🧠 Brain में imbalance पैदा हो जाता है
- 🔁 बच्चा One-Way Communication करता है – देखता और सुनता है, लेकिन जवाब नहीं दे पाता
- 🌀 बच्चा हाइपर हो जाता है, चीज़ों पर ध्यान नहीं दे पाता, और behavioral issues आने लगते हैं
Virtual Autism का इलाज क्या है?
अगर आपको लगता है कि आपके बच्चे में ये लक्षण दिख रहे हैं, तो तुरंत एक Child Psychologist से मिलें और diagnosis करवाएं।
इलाज के लिए अपनाएं ये therapies:
- 🗣️ Speech Therapy – बोलने और समझने की क्षमता को बढ़ाने के लिए
- 🧩 Occupational Therapy – sensory और motor skills develop करने के लिए
- 🧠 Cognitive Behavioral Therapy (CBT) – बच्चे के व्यवहार को सही दिशा में लाने के लिए
- 🎯 Applied Behavior Analysis (ABA) – scientifically proven therapy to improve communication & learning
👉 साथ ही:
- बच्चे को स्क्रीन से दूर रखें
- उसके साथ समय बिताएं, बात करें, खेलें
- घर का environment interactive बनाएं
क्या Virtual Autism permanent हो सकता है?
यदि सही समय पर intervention किया जाए, तो Virtual Autism permanent नहीं होता। 3–6 महीने की consistent therapy और स्क्रीन टाइम को drastically reduce करने से बच्चे में noticeable improvement आता है। इसीलिए जल्द से जल्द पहचान और इलाज जरूरी है।
🤔 क्या आपके बच्चे को भी हो सकता है Virtual Autism?
अगर आपका बच्चा:
- Mobile देखने में घंटों बिताता है
- बात नहीं करता, सिर्फ सुनता है
- लगातार चिड़चिड़ा रहता है
- दूसरे बच्चों से घुलता-मिलता नहीं है
तो ये Virtual Autism के संकेत हो सकते हैं। इग्नोर मत करें।
📞 अब Action लेने का समय है!
क्या आपका बच्चा भी ज्यादा स्क्रीन देखता है और बात नहीं करता?
अब देर न करें! जल्दी से early diagnosis करवाएं और professional therapy शुरू करें।
🧠 हर बच्चे के पास एक विशेष प्रतिभा होती है — बस जरूरत होती है सही समय पर सही मार्गदर्शन की।
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